बचपन की होली में तन
भीगता था!
रंग की बौछार का
पानी की फुहार का
कीचड़ की मार का
मज़ा उन दिनों हर तरफ़
दीखता था
बचपन की होली में तन
भीगता था!
जवानी की होली में मन
भीगता था!
उसकी मुस्कान के
ग़रीब दास्तान के
दुनिया-जहान के
नशे की ख़ुमारी में
दिन बीतता था
जवानी की होली में मन
भीगता था!
बुढ़ापे की होली में
भीगी हैं पलकें!
अपनों की विदाई के
बच्चों की जुदाई के
वक़्त की ढिढाई के
घाव भरते भी हैं तो
बहुत हल्के-हल्के
बुढ़ापे की होली में
भीगी हैं पलकें!
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